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  बचौल ठाकुर के संविधान विरोधी बयान पर नीतीश और शाहनवाज हुसैन चुप क्यों हैं - एजाज अहमद

बचौल ठाकुर के संविधान विरोधी बयान पर नीतीश और शाहनवाज हुसैन चुप क्यों हैं - एजाज अहमद


 बचौल ठाकुर के संविधान विरोधी बयान पर नीतीश और शाहनवाज हुसैन चुप क्यों हैं - एजाज अहमद

 बिहार प्रदेश राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार में नफरत और उन्माद की राजनीति पर रोक लगाने की मांग की है क्योंकि सत्तारूढ़ दल भाजपा के विधायक के द्वारा बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के संविधान के अनुसार सभी को मिले अधिकार के खिलाफ बयान दिया जा रहा है जो कहीं ना कहीं देश को कमजोर करने की एक सुनियोजित साजिश लगती है। 

        इन्होंने जनता दल यू से इस मामले पर स्पष्ट वक्तव्य की मांग की है क्या सत्ता में बने रहने के लिए इस तरह के बयानवीर नफरती लोगों के सहारे ही सरकार चलाते रहेंगे, क्योंकि यह बहुत ही गंभीर मामला है। 

इन्होंने कहा कि जिस तरह से भाजपा विधायक बचौल ठाकुर ने बयान दिया है यह पूरी तरह से निंदनीय है। और देश के संविधान के मर्यादाओ को चैलेंज करके कानून का उल्लंघन किया गया है। इसलिए इन पर एक धर्म विशेष के खिलाफ संविधान के अधिकार को चैलेंज करने पर इनपर जल्द से जल्द तहत मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की है। ऐसे लोगों के कारण देश में उन्माद और कानून के मर्यादा का उल्लंघन होता है। और ऐसे ही लोग कहीं ना कहीं उन शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं जो देश में नफरत फैलाना चाहते है। 

          एजाज ने उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन से भी पूछा है कि क्या वह बचौल ठाकुर के बयान से इत्तेफाक रखते हैं, अगर नही तो आप अपने स्तर से इस मामले पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से उन पर कार्रवाई की मांग करें।

  एजाज ने आगे कहा कि बिहार में मॉब लिंचिंग की घटनाओं में वृद्धि होने तथा इन घटनाओं पर सरकार की चुप्पी उन शक्तियों को बढ़ावा दे रही है जो ऐसी घटनाओं के संरक्षक बने हुए हैं इन्होंने अविलंब समस्तीपुर के मुसरीघरारी के खलील रिजवी के परिवार को मुआवजा तथा उक्त कांड में लिप्त लोगों पर स्पीडी ट्रायल आकर जल्द से जल्द सजा मुकर्रर किए जाने की मांग की है। साथ ही देश तथा बिहार में मोब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए कानून बनाए जाने की मांग की है, ताकि आइंदा ऐसी घटनाएं दोबारा ना हो सके।

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