प्रीपेड मीटर व कचड़ा टैक्स के विरोध में सड़कों पर उतरी जन संघर्ष मोर्चा
प्रीपेड मीटर व कचड़ा टैक्स के विरोध में सड़कों पर उतरी जन संघर्ष मोर्चा
पटना सिटी : प्रीपेड विद्युत मीटर, कूड़ा टैक्स एवं पानी टैक्स के विरोध में जन संघर्ष मोर्चा का महाधरना प्रदर्शन कुम्हरार गुमटी, गुलजारबाग विद्युत डिवीजन के कार्यालय के पास किया. विद्युत उपभोक्ता सैकड़ों की संख्या में क्रांति चौक त्रिपोलिया मोड़ से पदयात्रा कर प्रदर्शन करते हुए पत्थर की मस्जिद होते हुए बनवारी चौक, शनि देव मंदिर, संदलपुर होते हुए कुम्हरार गुमटी पर पहुंचकर महाधरना में तब्दील हो गया. महाधरना -प्रदर्शन का नेतृत्व मोर्चा के अध्यक्ष सह पूर्व पार्षद प्रदीप मेहता ने किया और धरना का संचालन मोर्चा के महामंत्री उमेश पंडित ने किया. वहीं धरना के अध्यक्ष प्रदीप मेहता ने संबोधन करते हुए कहा कि बिहार के माननीय मुख्यमंत्री पिछले 15 सालों से विशेष राज्य के दर्जा की मांग कर रहे हैं और नीति आयोग के सर्वे के अनुसार बिहार सबसे पिछड़ा राज्य है माननीय मुख्यमंत्री को सोचना चाहिए कि एक पिछड़ा एवं गरीब राज्य में प्रीपेड मीटर की क्या आवश्यकता है, जो विकसीत राज्य या विकासशील राज्य है वहाँ कि राज्य सरकार ने तो प्रीपेड विद्युत मीटर लगवाने से इनकार कर दिया है लेकिन बिहार सरकार अपने राज्यों में प्रीपेड मीटर लगाने के लिए 11000 करोड़ का राशि 2025 तक मीटर लगाने के लिए निर्गत कर दिया. विद्युत उपभोक्ता के घरों में पहले से जो स्मार्ट इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगा हुआ है वह किसी भी दृष्टि से दोषपूर्ण नहीं है वह सही सही काम कर रहा है, ऐसी परिस्थिति में उस मीटर को बदलकर नया प्रीपेड मीटर लगाना क्या न्यायोचित है.
बिहार एक गरीब राज्य होने के नाते यहां स्मार्ट मोबाइल मात्र 20 से 25% लोग के पास ही है और ऐसी परिस्थिति में उपभोक्ता को प्रीपेड मीटर को रिचार्ज करना उपभोक्ता को कितना कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं प्रवीण सिंह कुशवाहा ने कहा कि सरकार विद्युत कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए विद्युत उपभोक्ता के घरों पर प्रीपेड मीटर लगाकर आर्थिक दोहन करना चाह रही है. प्रीपेड मीटर बिल्कुल गरीब विरोधी है इससे लगना अभिलंब बंद होना चाहिए. वहीं जन संघर्ष मोर्चा विद्युत कार्यपालक अभियंता गुलजारबाग को एक ज्ञापन सौंपकर मांग किया है कि प्रीपेड विद्युत मीटर लगाना अभिलंब बंद कर दिया जाए जब तक कि पटना उच्च न्यायालय में प्रीपेड विद्युत मीटर लगाने का केस का फैसला नहीं आ जाए.
वहीं धरना में प्रवीण सिंह कुशवाहा, राम भजन सिंह यादव, मोहन प्रसाद, बलराम चौधरी, शंकर मेहता, देव रतन प्रसाद, शिव मेहता, मोहम्मद जावेद, इंजीनियर हेमंत कुमार, शकुंतला प्रजापति, अशोक पाल, मुन्ना खान, मोहम्मद वशी अख्तर ,सीपीआईएम के श्री कुशवाहा नंदन ,शरीफ रंगरेज ,मुन्ना सरदार, डॉ. विनोद कुमार अवस्थी, डाॅ. चन्द्रशेखर, सुजीत कसेरा मौजूद थे.
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