गीता जयंती पर सनातन धर्मसभा ने किया संवाद कार्यक्रम
गीता जयंती पर सनातन धर्मसभा ने किया संवाद कार्यक्रम
पटना सिटी : सनातन धर्म सभा पटना सिटी की ओर से दुन्दी बाजार स्थित शारदा विकास मंदिर परिसर में गीता जयंती पखवारा पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन सनातन धर्म सभा अध्यक्ष डॉ. टी.पी. गोलवारा, संयोजक संजीव कुमार यादव, सचिव विजय कुमार यादव एवं शारदा विकास मंदिर के निदेशक मोहन चतुर्वेदी ने भगवान श्री कृष्ण की तस्वीर पर पुष्प-चन्दन अर्पित कर वैदिक मंत्रों के साथ दीप प्रज्वलन कर किया गया. वहीं उद्घाटनकर्ता अध्यक्ष डॉ. त्रिलोकी प्रसाद गोलवारा ने कहा कि गीता में कर्म की प्रधानता को श्रेष्ठ माना गया है. तेरा कर्म करने में ही अधिकार है उसके फलों में नहीं. श्री कृष्ण ने ज्ञान योग, भक्ति योग, कर्म योग और राजयोग का संदेश दिया है. वहीं सामाजिक कार्यकर्ता सह संयोजक संजीव कुमार यादव ने बताया कि विश्व का सर्वश्रेष्ठ ग्रँथ श्रीमद्भागवत गीता का सबसे लोकप्रिय श्लोक "यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत अभ्युत्थानम अधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्!"
अर्थात मैं अवतार लेता हूँ, मैं प्रकट होता हूँ, जब जब धर्म की हानि होती है तब तब मैं आता हूँ.
धर्म धारण करने से भय मुक्त-शक्ति युक्त विचार दृष्टि उत्पन्न होता है. वहीं अतिथियों का स्वागत शारदा विकास मंदिर के निदेशक मोहन चतुर्वेदी ने अंग वस्त्र एवं माल्यार्पण कर की. धन्यवाद ज्ञापन सनातन धर्मसभा सचिव विजय कुमार यादव ने किया. श्री मदभागवत गीता के उपदेशों को 8 प्रतिभागियों (छात्र-छात्राओं) ने सारगर्भित एवं भावपूर्ण संवाद सम्बोधित किया. जिसे सनातन धर्म सभा की ओर से गीता ग्रँथ, कलम देकर सम्मानित किया गया. इस मौके पर उपाध्यक्ष संतोष गोलवारा, शिव प्रसाद मोदी, बी एन कपूर, विजेंद्र प्रसाद यादव, आत्म बागला, मानस चतुर्वेदी, आदित्य मोहन यादव, राजेन्द्र गिरी समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
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