
उत्तर प्रदेश के बलिया के गंगा बहुउद्देशीय सभागार में पासी -पासवान दलित सम्मेलन को चिराग़ पासवान ने किया संबोधित
लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज उत्तर प्रदेश के बलिया के गंगा बहुउद्देशीय सभागार में पासी -पासवान दलित सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे नेता मेरे पिता आदरणीय रामविलास पासवान जी ने जो लड़ाई शुरू की थी और इनका जो सपना अभी अधूरा रह गया है । उनका सपना था समाज का हर एक वंचित वर्ग मुख्य धारा के साथ जुड़े, जब तक पंक्ति के अंतिम पायदान तक खड़ा हुआ व्यक्ति मुख्य धारा से नहीं जुड़ेगा तब तक हम लोग एक विकसित राज्य, एक विकसित देश की कल्पना हम लोग नहीं कर सकते । और उनके इसी सोच को, उनके इसी सपने को पूरा करने के उत्तरदायित्व के साथ मैं निकला हूं । मेरे रगो में मेरे नेता आदरणीय रामविलास पासवान जी का खून है, उन्हीं के संस्कार है मुझमे। और उन्हीं के अधूरे सपने को पूरा करने की सोच के साथ निकला हूं। और आज यह आग्रह करने तमाम साथियों से आया हूं ,पासी- पासवान, दलित समाज से आने वाले अलग-अलग अनुसूचित जाति समाज के लोगों आज हमलोगों को एकजुट होने की जरूरत है और हम सब को एकजुट रहकर अपने हक ,अधिकार की लड़ाई लड़ने की जरूरत है। जब हम लोग आपस में बटे रहेंगे तो हैं ऐसे राजनीतिक दल जो इसका लाभ उठाते रहेंगे। हमारे बिहार में आकर देखिए भाई को भाई से अलग कर दिया, दलित को महादलित कर दिया पिछड़ा को अतिपिछड़ा कर दिया, सबको आपस में बांटकर रख दिया। बदले में क्या मिला कुछ नहीं। जो लोग बांटने का राजनीति करते हैं, उन लोगों से हम लोग को सावधान रहने की जरूरत है। जरूरत है एकजुट होकर सही मायने में एक ऐसे समाज का निर्माण करें जिसकी सोच मेरे नेता आदरणीय रामविलास पासवान जी ने की थी, जिसकी सोच हम सबो के नेता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी ने की थी । और आपकी इस लड़ाई में मैं वादा आप लोगों से करता हूं कि आपकी इस लड़ाई में चिराग पासवान आप लोगों से दो कदम आगे ही रहेगा।
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