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राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने ढाई सौ शिक्षकों को कोरोना काल में उनके उत्कृष्ट कार्यो के लिए सम्मानित किया

राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने ढाई सौ शिक्षकों को कोरोना काल में उनके उत्कृष्ट कार्यो के लिए सम्मानित किया


राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने ढाई सौ शिक्षकों को कोरोना काल में उनके उत्कृष्ट कार्यो के लिए सम्मानित किया

शौर्य भारत :- प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन, गुजरात राज्य के तत्वधान में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन, अहमदाबाद के जे ॰ के ऑडिटोरियम यूनिवर्सिटी एरिया में संपन्न हुआ। जिसका उद्घाटन एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सैयद शमायल अहमद, गुजरात राज्य की वाइस प्रेसिडेंट अल्पा कोटाडिया, सेक्रेटरी गुलिस्ता कादरी,आबिदा देसाई, फेथ व्यास, बृजेश पारीख, गीता अय्यर एवं शाला कादरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।

इस समारोह में एसोसिएशन ने 250 से अधिक डायरेक्टर्स, प्रिंसिपलस एवं शिक्षकों को शिक्षा जगत में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया । एसोसिएशन ने अपने कार्यकाल मैं पिछले 10 वर्षों मे देश भर के लगभग एक लाख से अधिक शिक्षकों को उनके प्रतिष्ठित एवं अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया है। 

सैयद शमायल अहमद, राष्ट्रीय अध्यक्ष प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन ने अहमदाबाद में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह मे 250 से अधिक शिक्षकों को सम्मानित किया एवं उन्होंने अपने अभिवादन में खास तौर पर करोना महामारी के दौरान आर्थिक रूप से टूट जाने के बावजूद शिक्षकों के द्वारा छात्रों को घर बैठे ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने एवं अपने बोझल साहस को धैर्य के साथ समेटे रखने के लिए उनका हार्दिक अभिनंदन किया उन्होंने कहा शिक्षा जगत में स्तंभ की तरह हर हाल में अपने आप को अटल बनाकर रखने के लिए एवं बच्चों को निस्वार्थ शिक्षा का प्रकाश प्रदान करने के लिए शिक्षा के मंदिर में बैठे गुरुदेवो की जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है। उन्होंने अपने संबोधन में कई महत्वपूर्ण बातों को रखा जिसमें मुख्य रूप से कोरोना महामारी के दौरान बच्चों को घर बैठे ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने में बच्चों को एवं शिक्षकों को जो सहयोग सरकार के द्वारा मिलनी चाहिए थी वह नहीं मिल पाने के कारण कई तरह की समस्याएं भी उत्पन्न हुई जिसका सामना स्वयं शिक्षकों ने किया एवं इस कसौटी पर भी शिक्षकों ने खुद को साबित करके दिखाया परंतु ऐसे में सरकार का सहयोग होता तो शिक्षा प्रदान करने में और सुविधा होती सरकार को इसके ऊपर ध्यान देना चाहिए।


गुजरात प्रदेश एसोसिएशन की सचिव गुलिस्ता कादरी ने कहा कि गुजरात सरकार ने घोषणा की है कि खादी बनाने वालों को सहयोग करना है तो सदैव की भांति आज भी निजी विद्यालयों के संचालक सरकार के साथ खड़े हैं एवं उनकी इस संकल्प को पूरा करने में उनका पूरा सहयोग करेंगे और इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज के इस कार्यक्रम में उन्होंने सभी स्कूल के संचालकों और टीचरों से आग्रह किया कि साल में कम से कम एक जोड़ा खादी का कपड़ा अवश्य खरीदें ताकि उन बुनकरों को उसका सीधा फायदा पहुंच सके।

 एसोसिएशन की उपाध्यक्ष अल्पा कोटाडिया ने कहा कि कोरोनावायरस के दौरान निजी विद्यालयों के संचालकों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा क्योंकि सरकार ने कोई मदद नहीं की एवं पैरंट्स ने भी फीस नहीं दिया इसके कारण शिक्षकों को एवं गैर शिक्षक कर्मचारीयो को सैलरी देना मुश्किल हो गया था । इस अवधि में शिक्षण संस्थान से जुड़े हुए भी कई लोग पैसों के अभाव में इलाज नहीं करा पाने के कारण इस दुनिया से चले गए। और देखते ही देखते कई निजी विद्यालय बंद हो गए।


इस मौके पर एसोसिएशन से जुड़े विभिन्न राज्यों के शिक्षाविद मौजूद रहे जिनमें से मुख्य रूप से जम्मू एंड कश्मीर के प्रवक्ता अशरफ बाबा पीरजादा, एवं जम्मू की सचिव अनुराधा वर्मा, केरला के प्रदेश संयोजक रामचंद्र नायर, महासचिव अबदुल नसीर, तमिलनाडु के सचिव बिलाल नटटर एवं दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष डॉ कुलदीप शर्मा सहित कई अन्य राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

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