विश्व के सफ़ल संगीतकार थे रवींद्र जैन : डा. ध्रुव कुमार
विश्व के सफ़ल संगीतकार थे रवींद्र जैन : डा. ध्रुव कुमार
महान गायक के साथ सहृदय थे रवींद्र जैन : अनिल रश्मि
पटना सिटी । सिने जगत में रवींद्र जैन
विश्व पटल पर सफलतम संगीतकार
थे । जिस फ़िल्म में उन्होंनें संगीत दिया लगभग सभी फिल्में सिल्वर जुबली हुईं। गीत गाता चल , अंखियों के झरोखों से , तपस्या , नदिया के पार , राम तेरी गंगा मैली जैसे सैंकड़ों फिल्में सफ़लता के कई रिकॉर्ड तोड़े ।
यही वजह थी कि जैन जी को विश्व का सफलतम संगीतकार कहा गया ।
ये बातें ( वर्चुअल ) आज महेन्द्रू स्थित " व्योम " सभागार में रवींद्र जैन
की जयंती पर संगीत मर्मज्ञ डा. ध्रुव कुमार नें कही ।
दूरदर्शन के कार्यक्रम निदेशक सह स्वरांजलि के संरक्षक डा.राज कुमार नाहर ने कहा टी.वी. सीरियल रमायण
में चौपाईयों को अपनी आवाज़ देकर
जैन साहेब अमर हो गए । कशिश भरी आवाज़ दिल की गहराईयों तक आज भी छूती हैं। बहुत सारे गाने उन्होनें राग पर आधारित कंपोज किए :जब दीप जले आना ... यमन राग पर था ।
उनकी जयंती पर हम उन्हें हृदयावंदन
करते हैं ।
गायक अनिल रश्मि ने जयंती पर संस्मरण सुनाते हुए कहा कि 1990
में पटना के गांधी मैदान में जैन साहेब का अंतिम कार्यक्रम हुआ था ,उनके साथ मंच पर मुझे भी बजाने का मौक़ा
मिला था । उनके वादक हमारे कलाकार को बजाने से रोक रहे थे ।जैसे ही जैन साहेब को पता चला उन्होनें अपनी टीम को फटकार लगाई
और उन्होनें कहा रश्मि आप मेरे साथ बजाओगे भी और कोरस भी करोगे ।
उनकी सहृदयता का मैं आज भी क़ायल हुँ। इनके जैसा संगीतकार सदियों में एकबार जन्म लेते हैं। नए कलाकारों को ही हमेशा आगे बढ़ाते
थे । मौक़े पर गायक आलोक चोपड़ा ,
प्रभात कुमार धवन ,नेक आलम ,
अभिनेता जितेंद्र कुमार पाल , नितिन कुमार वर्मा , सुनीता रानी , प्रीति ने
जैन साहेब को नमन किया ।
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