श्रीमदभागवत पुराण को ज्ञान, कर्म एवं मोक्ष की त्रिवेणी : बाल व्यास
पटना सिटी : गुरु गोविंद पथ स्थित जमुना माई का मठ में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के चौथे दिन कथावाचक परम भागवत बाल व्यास विनोदानंद ठाकुर जी ने श्रीमदभागवत पुराण को ज्ञान कर्म एवं मोक्ष की त्रिवेणी बताया उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया कि ज्ञान से अनासक्त कर्म में परिवर्तित होती है. ज्ञान कर्म के बिना निष्फल है और उसी तरह कर्म ज्ञान के बगैर अधूरा है, ज्ञान और कर्म के योग से ही मुक्ति मोक्ष संभव है. उन्होंने भोग से दूर रहकर ईश्वर आराधना एवं ईश्वर निष्ठा की सलाह दी है. अनासक्त भाव से गृहस्थ जीवन जीने की सलाह दी.
कथा के माध्यम से उत्तम संतान प्राप्ति के लिए ईश्वर नव दंपति को श्री कृष्ण-नारायण आराधना करना चाहिए. वहीं कथा शुभारंभ में यज्ञायोजन समिति के अध्यक्ष संजीव कुमार यादव ने बाल व्यास जी को अंग वस्त्र एवं माल्यार्पण कर उनका वंदन-अभिनंदन किया.
भागवत कथा में बड़ी संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालुभक्तगण श्रवण कर प्रसाद ग्रहण किया. इस मौके पर डॉक्टर त्रिलोकी प्रसाद गोलवारा संरक्षक, स्वागताध्यक्ष शिव प्रसाद मोदी, शिक्षाविद विजय कुमार सिंह, ई मोहन प्रसाद, धर्मेंद्र कुमार, ललित अग्रवाल, पप्पू मोदी, विपिन कुमार, अशोक रस्तोगी, राजू यादव, विजय कुमार मिश्र, विपिन कुमार, जितेंद्र कुमार सहित दर्जनों लोग सक्रिय थे.
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