विशेष राज्य का दर्जा के लिए चलाया जा रहा "हर घर दस्तक... विशेष हस्ताक्षर" अभियान
पटना। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगी और अब सदन से लेकर हर घर दस्तक देने लगी है।
आज पटना गांधी मैदान के बापू सभागार गेट के सामने से छात्र जदयू के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा पटेल के नेतृत्व में बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के द्वारा उठाए गए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की लंबित मांग को अभिलंब पूरा करने के लिए केंद्र सरकार को आगाह करते हुए "हर घर दस्तक.. विशेष हस्ताक्षर.." के तहत तीन दिवसीय सांकेतिक अभियान का शुभारंभ किया गया।
कृष्णा पटेल ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के लोकप्रिय माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के द्वारा कई वर्षों से समस्त बिहारवासियों के हित में विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग केंद्र सरकार से कर रहे हैं जो लंबित पड़ा हुआ है।
जबकि रघुराम राजन समिति और नीति आयोग द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में बिहार को आर्थिक रूप से कमजोर और पिछड़ा राज्य घोषित किया गया है।
जिसे लेकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ललन सिंह देश के प्रधानमंत्री के सामने भरी सदन में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए देश के प्रधान . बिहार प्रदेश विशेष ध्यान .. से संबोधित करते हुए विशेष आग्रह कर रहे हैं और लगातार सोशल मीडिया पर इसकी मुहिम चला रहे हैं। इसलिए मैं इस मुहिम को और तीव्रता प्रदान करने के उद्देश्य "हर घर दस्तक.. विशेष हस्ताक्षर.. के तहत एक सांकेतिक अभियान चलाने का निर्णय लिया हूं।
जिसके तहत हर घर, विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय कैंपस से लेकर चौक- चौराहे तक दस्तक देते हुए छात्र- युवा सहित अन्य नागरिकों से विशेष हस्ताक्षर लेने का काम करूंगा।
अगर इस सत्र में केंद्र सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देती है तो इस सांकेतिक अभियान को पूरे बिहार भर में चलाया जाएगा और समस्त बिहारवासियों द्वारा किए गए विशेष हस्ताक्षर कॉपी को देश के प्रधानमंत्री के पास भेजने का काम करूंगा और यह संदेश देने का काम करूंगा कि विशेष राज्य का दर्जा को लेकर समस्त छात्र- युवा व बिहारवासी पूरी तरह से एकजुट और एकमत है।
छात्र नेता ने कहा कि विकसित राष्ट्र का निर्माण करना देश के प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है और बिहार देश का अभिन्न अंग है तो बिना विकसित बिहार बनें देश का संपूर्ण विकास कैसे संभव हो सकता है और किस आधार पर फिर विकसित राष्ट्र का निर्माण होगा।
इसीलिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने के बाद जब बिहार विकसित राज्य बनेगा तब प्रधानमंत्री का सपना साकार होगा और विकसित राष्ट्र का निर्माण होगा।
क्योंकि बिहार में प्राकृतिक संसाधनों की घोर कमी है जबकि हर वर्ष प्राकृतिक आपदाओं की मार झेलने वाला बिहार को हर वर्ष करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ता है जिसकी क्षतिपूर्ति संभव नहीं हो पाती है । इस कारण बिहार पिछड़ेपन का शिकार बना हुआ।
इसीलिए देश के प्रधानमंत्री से आग्रह है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे ताकि बिहार एक विकासशील राज्य से विकसित राज्य बन सके।
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