बिस्मिल्ला खां साहेब उम्दा गायक भी थे : डा. ध्रुव कुमार
बिस्मिल्ला खां साहेब उम्दा गायक भी थे : डा. ध्रुव कुमार
बिस्मिल्ला खां के नाम पर संगीत विश्वविद्यालय पटना साहिब में खोलें राज्य सरकार : प्रभात कुमार धवन
बनारस की तरह पटना साहिब संगीत की नगरी : अनिल रश्मि
खां साहेब की सांस्कृतिक विरासत को संजोय युवा पीढ़ी : नेक आलम
पटना सिटी। शहनाई के सरताज बिस्मिल्ला खां साहेब सिर्फ़ शहनाई के शहंशाह ही नहीं थे , बल्कि उच्च कोटि के गायक भी थे । बनारस की कजरी जब विशेष आग्रह पर गाते थे तो लोगों को सहसा विश्वास नहीं होता था कि ..
इतने अच्छे गायक भी हैं। लेकिन उन्होनें शहनाई को ही साधना का केंद्र बनाया। वो कई भाषाओं के जानकार थे । शहनाई के विश्वविद्यालय थे खां साहेब ।
ये बातें आज जंगली प्रसाद लेन स्थित
स्वरांजलि सभागार में कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए संगीत मर्मज्ञ व शिक्षाविद डा. ध्रुव कुमार ने कही । साथ ही उन्हें जन्मदिन की बधाई दी।
बिस्मिल्ला खां साहेब के नाम पर संगीत विश्वविद्यालय खोलें राज्य सरकार यह माँग साहित्यकार बतौर मुख्यअतिथि प्रभात कुमार धवन ने की। वर्षों से यह माँग की जा रही है़ ।
पुरा करना चाहिए ।
सस्था के संयोजक व गायक अनिल रश्मि ने कहा बनारस की तरह पटना साहिब भी संगीत की नगरी है़ । यहाँ गंगा की निर्मल लहरियों पर सिटी की गलियों से स्वर लहरियों की गूंज सदैव कानों तक सुनाई पड़ती है़ । रश्मि ने विश्वविद्याय खोलने की माँग को जायज ठहराते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के पहल से लड़कियों की शिक्षा में अप्रत्याशित रुझान बढ़ा है़ ,तो संगीत की ओर भी रुझान कमतर नहीं है़। मैं तो यह कहूंगा कि मुख्यमंत्री
महोदय ** महिला संगीत विश्वविद्यालय खां साहेब के नाम **
पर दें , जिससे उनके रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे । जन्मदिन पर इससे बढ़िया तोहफ़ा क्या होगा ....॥
लुप्त हो रही शहनाई की विधा को सांस्कृतिक विरासत के रूप में युवा पीढ़ी अपनाएं । सीखें ... ताकि आनेवाली पीढ़ी खां साहेब और शहनाई को जान सके । सदियों में एकबार ऐसे उस्ताद ज़मीं पर आते हैं,
हम उन्हें जन्मदिन की बधाई देते हैं।
प्रारंभ में जन्मदिन पर केक काटे गए बच्चों के मिठाईयां बाँटीं गईं। आगत अतिथियों ने उनके तैलचित्र पर मालाएं चढ़ाई , पुष्प अर्पित किए ।
मंच संचालन : नितिन कुमार वर्मा ने धन्यवादज्ञापन : अभिनेता जितेंद्र कु. पाल ने की .
मौक़े पर आलोक चोपड़ा , डा. करुणा निधि , राजा पुट्टु , संजय यादव , सप्तक रश्मि , सुनीता रानी , स्वर रश्मि मौजूद थीं।
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