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मेडिवर्सल फाउंडेशन का वाकथन चैलेंज , युवाओं को किया आगाह त्ंबाकू से करें परहेज, स्वास्थ्य व पर्यावरण के लिए बडा खतरा

मेडिवर्सल फाउंडेशन का वाकथन चैलेंज , युवाओं को किया आगाह त्ंबाकू से करें परहेज, स्वास्थ्य व पर्यावरण के लिए बडा खतरा

मेडिवर्सल फाउंडेशन का वाकथन चैलेंज , युवाओं को किया आगाह त्ंबाकू से करें परहेज, स्वास्थ्य व पर्यावरण के लिए बडा खतरा

पटना 31 मई मेडिवर्सल फाउंडेशन की ओर से आज आयोजित वाकथन चैलेंज में सैकडों युवाओं ने सुबह कंकडबाग के डाक्टर्स कालोनी , शालीमार स्वीटस होते हुए टेम्पो स्टैंड से मेडिवर्सल अस्पताल तक दौड लगाकर तंबाकू से परहेज करने के लिए लोगों को आगाह किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा अरुण कुमार अग्रवाल , पीएमसीएच के न्यरोसर्जरी हेड व पूर्व कुलपति आर्यभट्ट ज्ञान यूनिवर्सिटी ने कहा कि तंबाकू हर रुप में जहर है। इससे परहेज करें, अन्यथा यह सैकडों प्रकार की बीमारियों का जनक होने के साथ साथ स्वास्थ्य एवं पर्यावरण दोनों के लिए बडा खतरा साबित हो चुका है।   



   विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई के मौके पर आयोजित इस वाकथन चैलेंज में मेडिवर्सल के चिकित्सकों ने भी सडक पर वाकथन में शामिल होकर पटनावासियों को कैंसर जैसी बीमारियों के प्रति सचेत किया। इस वर्ष की थीम ‘‘तंबाकूः हमारे पर्यावरण के लिए खतरा‘‘ है के प्रति जागरुकता के लिए आयोजित वाकथन चैलेंज में अस्पताल के कर्मियों का भी सहयोग रहा। मालूम हो कि मेडिवर्सल फाउंडेशन ने स्वस्थ राष्ट्र के इरादे को विस्तार देने के लिए मेडिवर्सल हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड की एक सीएसआर पहल ‘‘मेडिवर्सल हेल्थ क्लब‘‘ लॉन्च किया है।


कार्डियोलाजिस्ट डा विकास सिंह ने इस मौके पर कहा कि धूम्रपान सहित किसी भी रूप में तंबाकू का उपयोग नाक, होंठ, मुंह, जीभ, ग्रसनी, स्वरयंत्र, फेफड़े, सिर और गर्दन के क्षेत्र, अन्नप्रणाली, पेट, अग्न्याशय, मूत्राशय, गुर्दे, गर्भाशय ग्रीवा और कई अन्य के कैंसर का कारण बन सकता है। तंबाकू से कोरोनरी हृदय रोग, दिल का दौरा, स्ट्रोक और मस्तिष्क क्षति भी हो सकती है। भारत में तंबाकू के सेवन से सालाना 1.5 मिलियन से अधिक लोग मारे जाते हैं और यह लगभग 30 प्रतिशत वयस्क आबादी को ग्रसित किया है। भारत में कैंसर के सभी मामलों में से लगभग 50 प्रतिशत का कारण तंबाकू का सेवन है। तंबाकू का सेवन मृत्यु और विकलांगता का एकमात्र सबसे रोकथाम योग्य कारण है। गैर-संचारी रोग (एनसीडी) जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कोरोनरी हृदय रोग आदि हर साल 60 लाख लोगों की जान लेते हैं।


मेडिवर्सल के सीइओ श्री नवनीत रंजन ने उत्साह बढाते हुए कहा कि शारीरिक स्वास्थ्य और स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने के अलावा सार्वजनिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने के उद्देश्य से सामुदायिक भागीदारी और स्वयं सहायता समूहों के समर्थन से मेडिवर्सल हेल्थ क्लब शुरू किया गया है। वाकथन चैलेंज के मौके पर मेडिवर्सल के संरक्षक डा विनय कारक, सीओओ व एसोसिएट मेडिकल डायरेक्टर डा इ देवाराजू रेडडी, नवीन गुप्ता सेक्रेटरी इंडियन कैंसर सोसाइटी, कार्डियोलाजिस्ट डा राजीव कृष्णा, पल्मोनोलाजिस्ट डा अमिताभ बंका, न्यूरोलाजिस्ट डा योगेश कुमार, यूरोलाजिस्ट डा संतोष कुमार भी उपस्थित थे।
 

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