
दोस्ती, विश्वास... फिर धोखा। जी हां, शायद यही वाक्या हुआ पटना के सुप्रसिद्ध डॉक्टर दंपती राजीव कुमार सिंह और उनकी धर्मपत्नी खुशबू सिंह के साथ
दोस्ती, विश्वास... फिर धोखा।
जी हां, शायद यही वाक्या हुआ पटना के सुप्रसिद्ध डॉक्टर दंपती राजीव कुमार सिंह और उनकी धर्मपत्नी खुशबू सिंह के साथ।
कहते हैं की जब कोई अपना बनकर इतना विश्वास बना लें की हम उससे अपनी हर एक बात शेयर करना शुरू कर देते हैं। वह आदमी घर पर आना जाना शुरू कर दे। खाना पीना सब अपनों जैसा। फिर एक दिन वही जब धोखा दे जाए, तो फिर क्या कहना ? कितनी तकलीफ होती है जब कोई आपका अपना आपकी पीठ में खंजर घोप दे, जबकि आपको उनसे ऐसी कोई उम्मीद भी नहीं रहती की वो हमे धोखा देगा।
ठीक ऐसा ही हुआ इस डॉक्टर दंपती के साथ भी। डॉक्टर साहब बिहार के सिवान जिले के एक छोटे से गांव संठी से पटना आकर लोगो के बीच अपनी पहचान बहुत जल्दी बना चुके थे। हर कोई इनसे जुड़कर इनकी मदद लेता था। डॉक्टर साहब भी लोगो की खुले मन से सेवा करते थे। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग थे,जिनके आंखों में ये कांटे की तरह चुभ रहे थे। कारण इनकी सब जगह ख्याति और प्रसिद्धि। वो सभी बस एक मौके की तलाश में थे कि कब इन्हें जाल में फसा कर बदनाम किया जाए और इनके परिवार को अलग थलग कर दे।
साजिश कुछ इस तरह रची गई की उसमे डॉक्टर दंपती को पहली नजर में सबने गलत माना। लेकिन जैसे जैसे अब इस साजिश से परत दर परत खुलती जा रही है, सच्चाई सामने खुलकर आ रही है। लोग भी चाहते हैं कि डॉक्टर दंपती को इंसाफ मिले और दोषियों पर करवाई हो।
पहले तो उन्होंने इस डॉक्टर दंपती को फसाया, फिर बाद में इनके अकाउंट से 12 लाख की निकासी जलसासी करके निकाल ली।
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