
भगवान गणेश के दर्शन और गणेश पुराण कथा सुनने को उमड़े श्रद्धालु
• श्री गणेश पुराण की कथा सुनने से होती है सभी मुरादें पूरी : श्री विनोदानन्द ठाकुर
पटना सिटी : श्री सनातन धर्म सभा भवन में श्री गणेश उत्सव पटना सिटी मंडल द्वारा आयोजित पाँचवें गणेश महोत्सव के तीसरे दिन प्रातः आचार्य श्री विद्याभूषण पांडेय जी के द्वारा विधी विधान से पूजा करवाई गई, जिसमें मुख्य यजमान के रूप में मंडल के महासचिव विकास कुमार मौड़ीवाल रहें, वहीं संध्या काल में श्री गणेश पुराण की कथा हुई, जिसमें कथा वाचक बालव्यास श्री विनोदानन्द ठाकुर जी ने गणेश जी के जन्म की कथा सुनायी.
जिसमें देवी पार्वती द्वारा अपने मैल से भगवान गणेश को जन्म दिया, जो पूरे देव शक्तियों पर भारी पड़ी, इस कथा में कहा गया कि जब देवी पार्वती स्नान कर रही थी तब माता ने द्वार पर पहरा देने की जिम्मेदारी भगवान गणेश को दी, जब भगवान शंकर ने स्नान गृह में जाने लगे तो भगवान गणेश ने अंदर जाने से मना कर दिया तब महादेव क्रोधित हो गए और महादेव ने सभी देवी देवताओं को भगवान गणेश को द्वार से हटाने का आदेश दिया, जब सभी देवी देवता उनके सामने नहीं टिक पाए तो सब महादेव के शरण में चले गए और भगवान शिव ने क्रोधित होकर अपने त्रिशूल से भगवान गणेश का सिर धर से अलग कर दिया, जब माता पार्वती को पता चला तो पूरे संसार में त्रहिमाम त्रहिमाम हो गया. माता बहुत क्रोधित हुई, फिर माँ को मनाने के लिए सारे देवता माता के सामने नतमस्तक हो गए, तब भगवान शिव ने सभी देवताओं को कहा कि उत्तर दिशा में सूर्योदय के बाद जाए और उस वक्त कोई प्राणी सोया हुआ मिलें तो उसका सिर काटकर ले आए. सभी देवता गए तो बहुत तलाशने के बाद एक हाथी अपने बच्चे के साथ सोयी हुई थी तो देवताओं ने उसके बच्चे का सिर काटकर ले गए, तब भगवान शिव ने मूर्च्छित पड़े गणेश जी के धर से हाथी का सिर लगाकर गणेश जी को जिवित कर दिया. जिस वजह से उनका नाम गजानन पड़ा.
इस महोत्सव को सफल बनाने में अध्यक्ष डाॅ. त्रिलोकी प्रसाद गोलवारा, अनिल मेहरोत्रा, अरूण मिश्रा, मोहित कुमार मौड़ीवाल, भगवती प्रसाद मोदी, शिव प्रसाद मोदी, भगवती प्रसाद मोदी, ललित अग्रवाल, श्याम मिश्रा, महावीर मोदी, संजीव कुमार सिन्टू समेत कई गणमान्य मौजूद थे.
0 Response to "भगवान गणेश के दर्शन और गणेश पुराण कथा सुनने को उमड़े श्रद्धालु "
एक टिप्पणी भेजें