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कंगन घाट जाने वाले मुख्य मार्ग के बंद होते ही राजनीतिक गलियारे में आरोप प्रत्यारोप शुरू

कंगन घाट जाने वाले मुख्य मार्ग के बंद होते ही राजनीतिक गलियारे में आरोप प्रत्यारोप शुरू

कंगन घाट जाने वाले मुख्य मार्ग के बंद होते ही राजनीतिक गलियारे में आरोप प्रत्यारोप शुरू 

शौर्य/पटना सिटी : गंगा मेरिन ड्राइव के अशोक राजपथ को जोड़ने वाली कंगन घाट सड़क बन्द, रैयतों की जमीन का मालिकाना हक वापस हुआ।

पटना सिटी में गंगा मेरिन ड्राइव के अशोक राजपथ को जोड़ने वाली कंगन घाट सड़क को वैशाली जिला के न्यायालय के निर्णय के आलोक में बन्द कर दिया गया है। मालूम हो कि इस सड़क का निर्माण आनन फानन में श्री गुरूगोबिन्द सिंह महराज के 350वें जन्मोत्सव के दौरान किया गया था। मिली जानकारी के मुताबिक कुछ भूस्वामियों ने अपनी जमीन अस्थायी रुप से पर्व के अवसर पर सड़क बनाने के लिए दे दी थी। कुछ अन्य लोगों की जमीन सरकार ने जबरन लेकर उस पर सड़क निर्माण करवा दिया था। इसके खिलाफ कुछ भूस्वामी अदालत में चले आगये थे। अब वैशाली जिला के न्यायालय के आदेश से उन रैयतों को जमीन का मालिकाना हक वापस हुआ है, उल्लेखनीय है कि श्री गुरूगोबिन्द सिंह महाराज के 2017 में मनाए गए 350वें शताब्दी समारोह के अवसर पर आबंटित सैकड़ों करोड़ रुपयों को आनन फानन में खर्च कर जो लूट हुई उसी का यह नतीजा है। मालूम हो कि सरकार के सहयोग से गंगा के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। इसके साथ ही गुरूद्वारा को इन क्षेत्रों में सरकार ने गुरुद्वारा निर्माण के साथ-साथ अन्य निर्माण कार्य के लिए भी जमीन दिया है। सरकार ने खुद पर्यटन भवन का निर्माण भी करवा दिया। फलस्वरूप बरसात के दिनों में शहर किनारे आने वाली गंगा की धारा अवरुद्ध हो गई है। सरकार ने विकास के नाम पर विनाश की पटकथा लिख दी है।



   पटना जिला सुधार समिति में महासचिव राकेश कपूर ने सरकार से पुरजोर मांग की है कि गंगा की धारा को अवरूद्ध करने वाले जो अवैध निर्माण हुए हैं उन्हें अविलंब हटा दिया जाए।

 

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