
राजू तिवारी ने जातीय जनगणना के आंकड़ों के सार्वजनिक करने के पश्चात बिहार वासियों से प्राप्त असंतोष और त्रुटि कि शिकायत को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है
लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रदेश अध्यक्ष श्री राजू तिवारी ने जातीय जनगणना के आंकड़ों के सार्वजनिक करने के पश्चात बिहार वासियों से प्राप्त असंतोष और त्रुटि कि शिकायत को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है पत्र में श्री तिवारी ने लिखा है की सुशासन में पारदर्शिता बेहद जरूरी होती हैं.जातिय गणना में लोगो की एक आम शिकायत है की उनके यहां कोई गया ही नहीं, प्रथम दृष्टया हमे भी ऐसा प्रतीत होता हैं कि मात्र 29 दिन में काम निपटाने के प्रेशर में कई घर छूट गए होंगे, अतः आपसे निम्नलिखित निवेदन हैं।
एक वेबसाईट या व्हाट्सएप नंबर हो जहां कि ऐसे लोग जिनका जातीय गणना नही हुआ है वे शिकायत दर्ज करा सके, ऐसे निवेदन हैं की एक वेबसाइट लॉन्च करे, या व्हाट्सएप नम्बर जहां लोग अपनी शिकायत दर्ज करा सके।
आम जनों से ये शिकायत आ रही हैं कि आपके द्वारा गणना में लगाए गए कर्मचारियों के द्वारा घरों में-ताला बंद हैं-ऐसा रिपोर्ट दिया गया हैं, ये संख्या जानना बेहद जरूरी है और इसकी समीक्षा करना भी।
उम्मीद हैं की आप सुझाव मानते हुए सुशासन का एक उदाहरण पेश करेंगे। आगे श्री तिवारी ने कहा कि नीरज कुमार के उस वक्तव्य पर करारा प्रहार किया है जिसमें उन्होंने जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार जी के द्वारा उपेंद्र कुशवाहा के आंकड़े को सार्वजनिक किया गया है जबकि राज्य सरकार ने न्यायालय में हलफनामा दिया था की किसी के भी निजी आंकड़ों को किसी हाल में आंकड़ों को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा श्री तिवारी ने मौजूदा राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि किसी जाति विशेष के कारण किसी को विशेष फायदा पहुंचाने के ख्याल से जातिय जनगणना की गई है इसलिए निजता भंग करने के अपराध में नीरज कुमार पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि उन्होंने न्यायालय की अवमानना की है।
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