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ओआरएसएल बनाने वालों की नई पहल ‘डायरिया से डर नहीं’, अगले 2 से अधिक वर्ष में लगभग 5 मिलियन से ज्यादा बच्चों तक पहुंचने का लक्ष्य

ओआरएसएल बनाने वालों की नई पहल ‘डायरिया से डर नहीं’, अगले 2 से अधिक वर्ष में लगभग 5 मिलियन से ज्यादा बच्चों तक पहुंचने का लक्ष्य


 ओआरएसएल बनाने वालों की नई पहल ‘डायरिया से डर नहीं’, अगले 2 से अधिक वर्ष में लगभग 5 मिलियन से ज्यादा बच्चों तक पहुंचने का लक्ष्य।

पटना:- ओआरएसएल बनाने वाली कंपनी केनव्यू ने पॉपुलेशन सर्विसेज़ इंटरनेशनल इंडिया (पी.एस.आई. इंडिया) के साथ मिलकर एक नई जनस्वास्थ्य पहल "डायरिया से डर नहीं" की शुरुआत की है। अगले दो से अधिक वर्षों में लगभग 5 मिलियन बच्चो तक पहुँचने के लक्ष्य के साथ, यह पहल बिहार के 3 जिलों और उत्तर प्रदेश के 7 जिलों में दस्त से होने वाली मृत्यु दर को कम करने और स्वास्थ्य परिणामों में सुधार पर केंद्रित होगी। यह पहल सरकार के "स्टॉप डायरिया" अभियान के प्रयासों को पूरक करेगी, जिसका लक्ष्य भारत में दस्त के कारण शून्य शिशु मृत्यु दर प्राप्त करना है। "डायरिया से डर नही" अभियान के तहत, ओआरएसएल के निर्माता केनव्यू और पी.एस.आई. इंडिया राज्य सरकार के अधिकारियों ओर स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर एक एकीकृत दस्त प्रबंधन कार्यक्रम लागू करेंगे। यह कार्यक्रम रोकथाम और उपचार के दोनों पहलुओं पर केंद्रित होगा, जिसमें विशेष रूप से 0 से 5 वर्ष के बच्चों पर ध्यान दिया जाएगा।

इस कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्यों होंगे जिसमें कि पहला उद्देश्य बिन्दु में समुदाय में जागरुकता बढ़ाना और व्यवहार परिवर्तन को प्रोत्साहित करना ताकि दस्त प्रबंधन को प्रभावी बनाया जा सके। दूसरा उद्देश्य बिन्दु में आशा कार्यकर्ताओं, सेवा प्रदाताओं और देखभालकर्ताओं की क्षमता निर्माण में सहायता करना, जो इस स्थिति के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके तीसरे उद्देश्य बिन्दु में बच्चों में ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट (ओ.आर.एस.) और जिंक के वितरण के साथ-साथ समग्र हाइड्रेशन समाधानों द्वारा डायरिया के मामलों की शीघ्र पहचान सुनिश्चित करना और मामलों के उच्च कवरेज और प्रबंधन को बढ़ावा देना। इस पहल को बिहार के सुपौला, दरभंगा और पूर्णिया में शुरू किया जाएगा और परिणामो के आधार पर बाकी के जिलों में इसका प्रसार किया जाएगा।

इस पहल के बारे में बात करते हुए, प्रशांत शिंदे, बिजनेस यूनिट हेड - सेल्फ केयर, केनव्यू ने कहा पिछले 20 वर्षों से, ओआरएसएल, हमारा प्रतिष्ठित इलेक्ट्रोलाइट ब्रांड, फ्लूइड, इलेक्ट्रोलाइट और एनर्जी पर वैज्ञानिक अनुसंधान को आगे बढ़ा रहा है, जिससे उन्नत हाइड्रेशन फॉर्मूलेशन विकसित हुए हैं। हाल ही में लॉन्च किए गए रेडी टू ड्रिंक ओआरएस - डबल्यू.एच.ओ. अप्रूव्ड फॉर्मूला के साथ, हमने अपने हाइड्रेशन पोर्टफोलियो का विस्तार किया है, जो दस्त से तेज़ी से रिकवरी में सहायता करने वाला एक प्रभावी समाधान प्रदान करता है।


दस्त से निपटने के प्रयासों पर टिप्पणी करते हुए, दीप्ती माथुर, एसोसिएट डायरेक्टर, पी.एस.आई. इंडिया ने कहा, बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं, और उनका स्वास्थ्य सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत सरकार का राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.एच.एम.), राज्य सरकारों के साथ मिलकर दस्त की रोकथाम और प्रबंधन में लगातार प्रयासरत है। केनव्यू के सहयोग से, पी.एस.आई. इंडिया सरकार की 'स्टॉप डायरिया एंव दस्तक अभियान जैसी पहलों को और मजबूती देने का प्रयास करेगा, साथ ही स्वच्छता, संतुलित पोषण, दस्त की शीघ्र पहचान और प्रभावी दस्त प्रबंधन के लिए ओ.आर.एस. एवं जिंक के सही उपयोग को बढ़ावा देगा। यह पहल बिहार के तीन और उत्तर प्रदेश के सात जिलों में संचालित की जाएगी।


डॉ. मधु सिन्हा, सलाहकार बाल रोग विशेषज्ञ, मोहित इम्यूनाइजेशन एंड चाइल्ड केयर सेंटर, पटना, कहती हैं कि डायरिया भारत में एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दा बना हुआ है। गहन अध्ययन से पता चला है कि डायरिया भारत में पाँच साल से कम उम्र के बच्चों में मृत्यु का तीसरा प्रमुख कारण है। दस्त के प्रचलन के कुछ मुख्य कारक असुरक्षित पानी, खराब स्वछता और सफाई और ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ओ.आर.एस.) का कम उपयोग हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यू.एच.ओ.) और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ़) द्वारा ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट (ओ.आर.एस) घोल को हल्के से मध्यम निर्जलीकरण के लिए वयस्कों और बच्चों दोनों के लिए प्रथम उपचार के रूप में अनुशंसित किया गया है और इसने मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एक अध्ययन में पाया गया कि देखभाल करने वाले (केयरगीवर्स) पाउडर ओ.आर.एस घोल को अपने अनुसार पुनः तैयार कर रहे हैं, भले ही पैकेट पर दिए गए निर्देशों की परवाह न करें, जिससे इसके प्रभाव में कमी या दस्त की स्थिति के और बिगड़ने की संभावना हो सकती है। इसलिए यह आवश्यक है कि देखभाल करने वालों को ओ.आर.एस. पाउडर को उपभोग से पहले सही तरीके से तैयार करने की विधि के बारे में परामर्श दिया जाए या त्रुटियों से बचने और तेजी से सुधार सुनिश्चित करने के लिए रेडी-टू-ड्रिक ओ.आर.एस. समाधान पर विचार किया जाए। डायरिया से डर नहीं नामक इस बहु-वर्षीय पहल के तहत, केनव्यू इस गंभीर स्वास्थ्य समस्या के समाधान में एक नेतृत्वकारी भूमिका निभा रहा है।

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