
गीतम यूनिवर्सिटी ने बिहार में प्रवेश प्रक्रिया के दायरे का किया विस्तार
• संस्थान को राज्य के युवा नेताओं चिराग पासवान और अमर कुमार पासवान का सहयोग मिला
पटना : गीतम (डीम्ड-टू-बी) यूनिवर्सिटी में प्रवेश, छात्रवृति और अवसरों पर चर्चा के लिए बिहार के यूथ आइकन ने आगे बढ़कर पहल की। साल 2022 में दाखिले के दूसरे चरण में आवेदनों में 30% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, साथ ही आगामी शैक्षणिक बैच में छात्रों की संख्या में कुल मिलाकर 20% प्रतिशत तक की वृद्धि नज़र आई. गीतम (डीम्ड-टू-बी) यूनिवर्सिटी की ओर से शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के लिए वर्तमान में जारी अपनी प्रवेश प्रक्रिया के तहत गीतम प्रवेश परीक्षा (जी. ए. टी.) 2022 का आयोजन किया जा रहा है। संस्थान ने हाल ही में प्रवेश प्रक्रिया का अपना दूसरा चरण समाप्त किया है, तथा इसके तीसरे एवं अंतिम चरण के लिए प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत हो रही है। पूरे भारत के छात्रों को शामिल करने के अपने दृष्टिकोण के साथ, यूनिवर्सिटी बिहार सभी छात्रों की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रही है जहाँ बड़ी संख्या में होनहार छात्र मौजूद हैं। महामारी के दौरान संस्थान द्वारा ऑनलाइन प्रॉक्टर्ड होम-टेस्ट मॉडल को अपनाया गया था, जिसके बाद अब 2022 से छात्रों की परीक्षा केंद्र में उपस्थिति के तरीके के आधार पर जी.ए. टी. परीक्षा की फिर से शुरुआत की गई है। संस्थान ने हाल ही में दाखिले का अपना दूसरा चरण समाप्त किया है, जिसमें प्रमुख संकेतकों में उल्लेखनीय प्रगति नजर आई है।
विश्वविद्यालय ने साल 2021 की तुलना में अंडर ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट स्तर पर जी.ए.टी. 2022 के लिए आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या में 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। 2022 में प्रवेश लेने वाले छात्रों की संख्या में भी 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जी. ए. टी. 2022 के दौरान देश भर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों (88) में 88 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई है।
विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया के तीसरे चरण के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 7 जुलाई थी। गीतम के विशाखापत्तनम, हैदराबाद और बेंगलुरु परिसरों में आर्किटेक्चर, विज्ञान, इंजीनियरिंग, लिबरल आर्ट्स (मानविकी), लॉ, मैनेजमेंट, नर्सिंग, पैरामेडिकल, फार्मेसी और फिजियोथेरेपी जैसे विभिन्न विषयों में अंडर ग्रेजुएट एवं पोस्ट- ग्रेजुएट कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए 11-12 जुलाई, 2022 को जी. ए. टी. 2022 का आयोजन किया जाएगा।
पटना में मीडिया को संबोधित करते हुए, माननीय सांसद एवं लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के अध्यक्ष श्री चिराग पासवान ने कहा, "मुझे गीतम यूनिवर्सिटी के इनोवेशन तथा अनुसंधान केंद्रित पहल और उपलब्धियों के बारे में समय-समय पर प्रकाशित होने वाली मीडिया रिपोर्टों से जानकारी मिलती रहती है। यह विश्वविद्यालय जिस तरह से भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र की अगुवाई कर रहा है, उसके बारे में जानकर मुझे बेहद खुशी हुई, और मैं मानता हूँ कि छात्र भी गीतम की आशाजनक संभावनाओं का लाभ उठाने के लिए तैयार हैं।"
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