
सती नारी के सत्य बलवान रे जिनसे हार गए भगवान रे ! " इस पंक्ति को गाते हुए आज रविवार को तीन दिवसीय सावित्री सत्यवान स्मृति मेला का समापन शांति एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में हो गया
पटना सिटी दिनांक 16 अप्रैल 2023 "सती नारी के सत्य बलवान रे जिनसे हार गए भगवान रे ! "इस पंक्ति को गाते हुए आज रविवार को तीन दिवसीय सावित्री सत्यवान स्मृति मेला का समापन शांति एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में हो गया। मेले में घूमने वाले लोग रात भर कई जगह आयोजित गीत-संगीत के कार्यक्रम का घूम घूम कर आनंद लिया और रात्रि में ही धवलपुरा और बेगमपुर से सती का खप्पर निकला जो मंदिर परिसर में पहुंचकर मध्यरात्रि में समाप्त हुई । तांत्रिकों ने अपने तंत्र मंत्र की सिद्धि की। मध्य रात्रि में ही पंजरा धारियों ने हरनाहाटोला रानीपुर के देवी मंदिर में जाकर उस्ताद देवनारायण ठाकुर के साथ पूजा पाठ की तथा लोहे के त्रिशूल जैसी नुकीले छड़ जिसे स्थानीय भाषा में पंजरा कहा जाता है उसे अभिमंत्रित किया और अहले सुबह अपने शरीर के विभिन्न अंगों- पंजरी, गर्दन, जीभ व यहां तक कि आंखों के पपनी के ऊपर इसे घोप कर नाचते गाते निकले जो लोदी कटरा, नून का चौराहा, हजारी मोहल्ला, रानीपुर होते हुए बभनगावाँ स्थित मंदिर परिसर में जाकर समाप्त हुआ जहां लोगों ने पुनः पूजा अर्चना की। पूर्व पार्षद अवधेश कुमार सिन्हा ने बताया कि वैज्ञानिक युग में आस्था भारी रही है इसे लोग दैवीय कृपा मानते हैं क्योंकि दर्जनों की संख्या में पंजरा घोंपने के बाद भी शरीर के किसी भी अंग से एक बूंद खून नहीं निकलता। वास्तविकता में यह एक विस्मयकारी बात है । इस वर्ष काशी पासवान, शत्रुघ्न सिंह, गौरव कुमार, सौरभ पासवान ,मुकेश कुमार, रघुनाथ पासवान, सुरेश चौधरी, सुरेंद्र पासवान, कन्हाई ठाकुर, गोपाल पासवान इत्यादि ने पूरे साज़ एवं वाद्य यंत्रों के साथ गीत गाते और साज बजाते थिरकते हुए सड़कों पर अहले सुबह निकल पड़े । छोटे बच्चों को उस पंजरे के समूह पर बैठा कर नाचना और करतब दिखाना तो सच में दांतो तले उंगली दबाने वाली बात है। इन पंजराधारियो का साथ दिया दरबारी गोप, गणेश स्वर्णकार ,मुन्ना गोप, हरिनारायण गोप, राकेश स्वर्णकार, दामोदर मुखिया, ढोलक हरमुनिया के ताल पर प्रोत्साहित करते रहे । इसके साथ गुड़ की मंडी से भी एक मंडली आई जिसने आधे दर्जन से अधिक पर पंजरभोकवा शामिल थे। इतनी लंबी दूरी और कड़ाके की धूप में चलकर मंदिर तक नाचते गाने आना यह आस्था की पराकाष्ठा है।
विश्व प्रसिद्ध इस मेले को राष्ट्रीय दर्जा दिलाने, मंदिर परिसर को पर्यटन स्थल घोषित करने तथा मंदिर से बाईपास रोड तक संपर्क पथ का निर्माण कराने हेतु मंदिर जीर्णोद्धार समिति के संरक्षक राम जी योगेश ,अध्यक्ष अंजू सिंह ,कार्यकारी अध्यक्ष अवधेश कुमार सिन्हा ,उपाध्यक्ष संजीव सिन्हा तथा महासचिव रजनीश राय ने इसके लिए संघर्ष करने का संकल्प पुनः दोहराया ।
इन लोगों ने बताया कि पटना सिटी में अनुमंडल अधिकारी गुंजन सिंह जी जो खुद एक महिला है उन्हें इस भारतीय नारी के स्मिता से जुड़े मेले के बारे में जानकारी मिलने पर वे जरूर सहायक बनेंगी और अपने स्तर पर प्रशासनिक सहयोग करेंगी ऐसी उनसे अपेक्षा है।
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