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श्रीकृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग में बालस्वरूप में पधारे बाल गोपाल

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग में बालस्वरूप में पधारे बाल गोपाल


 श्रीकृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग में बालस्वरूप में पधारे बाल गोपाल 

• जो प्रेम पूर्वक मन - हृदय को आकर्षित करता है वही कृष्ण है - बाल व्यास

पटना सिटी : श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के कृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग में कथावाचक परम भागवत बाल व्यास विनोदानंद ठाकुर जी ने बताया कि श्री कृष्ण जन्म की कथा आनंद की सृष्टि करने वाली है। "कर्षयति इति कृष्ण" जो प्रेम पूर्वक मन को हृदय को आकर्षित करता है वही कृष्ण है। "यशः ददाति इति यशोदा" यशोदा सबको यश देती है, इसलिए यशोदा के घर भगवान श्री कृष्ण पधारे हैं । नंद बाबा सबको आनंदित करते है। अर्थात नंदबाबा परोपकार के लिए जीते हैं । इसलिए प्रभु श्री कृष्ण का आगमन होता है । बाल व्यास जी ने कहा कि आज जमुना माई के मठ में कन्हैया का पदार्पण हुआ है, क्योंकि भक्तों ने भागवत रस का पान किया है चार दिनों भागवत रस का पान करने के बाद आज प्रभु कन्हैया जी का जन्म हुआ ।


 गंगा जी का पटना सिटी एवं यमुना माई का मठ अर्थात गंगा - जमुना का संगम अथवा नूतन प्रयाग में श्री कृष्ण का जन्म हुआ है। श्रोता भागवतमय हो गए हैं । भक्ति की निर्मल गंगा जमुना प्रवाहित हो रही है। जो भागवत श्री कथा को हृदय में बस आता है। उसके घर कन्हैया आता है। कल यमुना माई का मठ में कन्हैया जी का शृंगार के साथ छप्पन भोग लगाया जाएगा। वहीं प्रभु श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के अवसर पर छोटे छोटे नन्हे मुन्ने बाल रूप श्री कृष्ण सज धज कर पधारे, जहाँ नृत्य गाजा बाजा के साथ धूमधाम के साथ उनका जन्मोत्सव व स्वागत किया गया। वहीं प्रभु श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर आए हुए समस्त श्रद्धालु भक्तों के बीच यज्ञ आयोजन समिति के अध्यक्ष संजीव कुमार यादव ने माखन - मिश्री, बांसुरी वितरण कर स्वागत किया। स्वागताध्यक्ष शिवप्रसाद मोदी ने बाल व्यास श्री विनोदानंद ठाकुर जी को अंग वस्त्र व माल्यार्पण कर स्वागत किया । इस मौके पर डॉक्टर त्रिलोकी प्रसाद गोलवारा, शिक्षाविद विजय कुमार सिंह, ई मोहन प्रसाद, धर्मेंद्र कुमार, ललित अग्रवाल, पप्पू मोदी, ज्ञान प्रकाश यादव, मनोज गोप, विपिन कुमार, अशोक रस्तोगी, राजू यादव, विजय कुमार मिश्र, विपिन कुमार, जितेंद्र कुमार सहित दर्जनों लोग सक्रिय थे।

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